Maa Voucher Yojana 2024 : राजस्थान माँ वाउचर योजना का लाभ कैसे ले

Category: sarkari-yojana » by: Lalchand » Update: 2024-08-08

Rajasthan Maa Voucher Yojana 2024 - राजस्थान सरकार ने शिशु और मातृ मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से 'माँ वाउचर योजना' की शुरुआत की है। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाएं पंजीकृत अस्पतालों से मुफ्त में सोनोग्राफी करा सकती हैं। यह योजना राजस्थान की सभी महिलाओं के लिए उपलब्ध है और इसका लाभ किसी भी पंजीकृत अस्पताल से लिया जा सकता है।

Maa Voucher Yojana 2024 : राजस्थान माँ वाउचर योजना का लाभ कैसे ले

Maa Voucher Yojana 2024

 राजस्थान सरकार ने मातृ और शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और शिशु तथा मातृ मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से 'माँ वाउचर योजना' शुरू की है। इस योजना के तहत, राज्य की गर्भवती महिलाएं पंजीकृत अस्पतालों से मुफ्त में सोनोग्राफी करा सकती हैं। यह योजना राजस्थान की सभी गर्भवती महिलाओं के लिए है, और इसका लाभ किसी भी पंजीकृत अस्पताल से लिया जा सकता है।

माँ वाउचर योजना का उद्देश्य

'माँ वाउचर योजना' का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा करना है। योजना के तहत, सही समय पर सोनोग्राफी कराकर हाई रिस्क प्रेगनेंसी की पहचान की जा सकती है, जिससे मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सकेगी।

राजस्थान माँ वाउचर योजना: मुख्य बिंदु

 मुख्य बिंदु विवरण
योजना का उद्देश्यमातृ और शिशु स्वास्थ्य को सुरक्षित बनाना और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना।
मुख्य लाभ- पंजीकृत निजी चिकित्सा संस्थानों में मुफ्त सोनोग्राफी।
लाभार्थीराजस्थान की सभी गर्भवती महिलाएं।
पात्रतापीसीटीएस (PCTS) के तहत पंजीकृत गर्भवती महिलाएं।
वाउचर प्राप्त करने की प्रक्रिया- 12 सप्ताह या 84 दिन से अधिक गर्भ वाली महिला को एसएमएस के माध्यम से कूपन भेजा जाएगा।
- कूपन पर लिंक के माध्यम से क्यूआर कोड प्राप्त होगा।
वाउचर की मान्यता अवधि- सोनोग्राफी का वाउचर 30 दिनों तक मान्य।
- वाउचर की अवधि 30 दिन और बढ़ाई जा सकती है, कुल 60 दिनों तक।
आवश्यक दस्तावेज- जन आधार कार्ड।
- मोबाइल नंबर।
सोनोग्राफी सेंटर को वित्तीय सहायता- वेरिफिकेशन के बाद सोनोग्राफी सेंटर को 450 रुपये की राशि स्वीकृत की जाएगी।
सोनोग्राफी सेंटर के साथ एमओयू- योजना के लिए पंजीकृत सोनोग्राफी सेंटर्स को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ एमओयू करना होगा।
योजना का लाभ कहां मिलेगा?- राजस्थान के सभी जिलों में पंजीकृत निजी चिकित्सा संस्थानों में।

माँ वाउचर योजना के मुख्य लाभ

  • मुफ्त सोनोग्राफी: पंजीकृत निजी चिकित्सा संस्थानों में मुफ्त सोनोग्राफी की सुविधा।
  • स्वास्थ्य सुरक्षा: समय पर हाई रिस्क प्रेगनेंसी की पहचान और उचित उपचार।
  • सरकारी सहायता: पंजीकृत सोनोग्राफी सेंटर को सरकार द्वारा 450 रुपये की राशि स्वीकृत की जाएगी।

Rajasthan माँ वाउचर योजना का लाभ कैसे मिलेगा?

  • पंजीकरण: गर्भवती महिला का पीसीटीएस (PCTS) के तहत पंजीकरण होना आवश्यक है।
  • एसएमएस कूपन: 12 सप्ताह या 84 दिन से अधिक गर्भ वाली महिला को उसकी सहमति के बाद एसएमएस के माध्यम से कूपन भेजा जाएगा। इस कूपन पर एक लिंक होगा, जिसे क्लिक करने पर क्यूआर कोड प्राप्त होगा। इस क्यूआर कोड को स्कैन करके सोनोग्राफी कराई जा सकती है।
  • समय सीमा: सोनोग्राफी का वाउचर 30 दिनों तक मान्य होगा। अगर किसी कारणवश महिला सोनोग्राफी नहीं करा पाती है, तो वह वाउचर की अवधि 30 दिन और बढ़ा सकती है, कुल मिलाकर वाउचर 60 दिनों के लिए मान्य होगा।

माँ वाउचर आवश्यक दस्तावेज

  • जन आधार कार्ड: योजना का लाभ लेने के लिए गर्भवती महिला को अपना जन आधार कार्ड चिकित्सा संस्थान पर लाना आवश्यक है।
  • मोबाइल नंबर: वाउचर प्राप्त करने के लिए महिला के मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा, जिसे दर्ज करके वाउचर प्राप्त किया जा सकेगा।

राजस्थान माँ वाउचर योजना के नियम और शर्तें

  • पंजीकृत अस्पताल: योजना के तहत सिर्फ पंजीकृत निजी चिकित्सा संस्थानों में ही सोनोग्राफी कराई जा सकती है।
  • एमओयू: सोनोग्राफी सेंटर को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ एमओयू करना होगा, जिसके बाद ही वे योजना के तहत सोनोग्राफी कर पाएंगे।

योजना का लाभ कहां मिलेगा?

राजस्थान के सभी जिलों की गर्भवती महिलाएं योजना का लाभ ले सकती हैं। एक जिले की महिला दूसरे जिले में भी पंजीकृत संस्थान पर जाकर सोनोग्राफी करवा सकती है।

माँ वाउचर योजना वित्तीय सहायता

सोनोग्राफी रिपोर्ट और रील अपलोड होने के बाद ओजस सॉफ्टवेयर के माध्यम से वेरिफिकेशन होने पर उपनिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जरिये संस्थान को 450 रुपये की राशि स्वीकृत की जाएगी, जो सीधा सोनोग्राफी सेंटर पर ऑनलाइन जमा होगी।

सारांश

 'माँ वाउचर योजना' राजस्थान सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखना है। यह योजना न केवल संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देगी बल्कि मातृ और शिशु मृत्यु दर में भी कमी लाएगी। योजना का लाभ लेने के लिए गर्भवती महिलाओं को आवश्यक दस्तावेजों और पंजीकरण की प्रक्रिया का पालन करना होगा, जिससे वे अपने और अपने शिशु के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।

FAQ

माँ वाउचर योजना क्या है?

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माँ वाउचर योजना राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को मुफ्त सोनोग्राफी की सुविधा प्रदान करना है। इसका लक्ष्य मातृ और शिशु स्वास्थ्य में सुधार करना और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना है।

इस योजना का लाभ कौन ले सकता है?

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इस योजना का लाभ राजस्थान की सभी गर्भवती महिलाएं ले सकती हैं, जिनका पीसीटीएस (PCTS) के तहत पंजीकरण हुआ है।

वाउचर कैसे प्राप्त करें?

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12 सप्ताह या 84 दिन से अधिक गर्भ वाली महिलाओं को एसएमएस के माध्यम से कूपन प्राप्त होगा। इस कूपन पर दिए गए लिंक पर क्लिक करके क्यूआर कोड प्राप्त किया जा सकता है। क्यूआर कोड को स्कैन करके पंजीकृत निजी चिकित्सा संस्थानों पर सोनोग्राफी कराई जा सकती है।

वाउचर की मान्यता अवधि क्या है?

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सोनोग्राफी वाउचर 30 दिनों के लिए मान्य होगा। अगर महिला सोनोग्राफी नहीं करा पाती है, तो वह वाउचर की अवधि को 30 दिन और बढ़ा सकती है, कुल मिलाकर वाउचर 60 दिनों के लिए मान्य रहेगा।

इस योजना का लाभ कैसे मिलेगा?

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योजना के लाभार्थी पंजीकृत निजी चिकित्सा संस्थानों पर सोनोग्राफी करवा सकती हैं। सरकारी चिकित्सा संस्थानों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस (9, 18, 27 तारीख) पर भी लाभ प्राप्त किया जा सकता है।

इस योजना के लिए क्या दस्तावेज चाहिए?

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लाभ लेने के लिए गर्भवती महिला को जन आधार कार्ड और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी। मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा, जिसे वाउचर प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाएगा।

सोनोग्राफी सेंटर को कितनी वित्तीय सहायता मिलेगी?

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सोनोग्राफी सेंटर को प्रति सोनोग्राफी 450 रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त होगी। यह राशि ऑनलाइन सीधे सोनोग्राफी सेंटर को स्वीकृत की जाएगी।

क्या सभी सोनोग्राफी सेंटर इस योजना के तहत काम कर सकते हैं?

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सोनोग्राफी सेंटर को योजना के तहत काम करने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ एमओयू करना होगा। केवल मान्यता प्राप्त सेंटर ही इस योजना के तहत सोनोग्राफी कर सकेंगे।

क्या योजना का लाभ केवल एक जिले में ही मिल सकता है?

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नहीं, योजना का लाभ पूरे राजस्थान में पंजीकृत किसी भी निजी चिकित्सा संस्थान में लिया जा सकता है। एक जिले की गर्भवती महिला दूसरे जिले में भी सोनोग्राफी करवा सकती है।

अगर वाउचर की अवधि समाप्त हो जाए तो क्या करें?

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अगर वाउचर की अवधि समाप्त हो गई है और सोनोग्राफी नहीं कराई गई है, तो महिला वाउचर की अवधि 30 दिन और बढ़ा सकती है, कुल मिलाकर वाउचर 60 दिनों के लिए मान्य होगा।

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